🦋 आधार-कार्ड” के जनक एवं “परि-कल्पना कार” सुनील जायसवाल इंदौर | Sunil Jaiswal Father of...
सुविचार
हमारे विचार और हमारे कार्य कितने भी पवित्र क्यों न हों, समाज की राय ही तय करती है कि हम…
जब समाज या व्यवस्था दबाव डालती है, तब लेखक की कलम भी सच्चाई से समझौता कर लेती है। यह पंक्ति…
प्यार को बनाए रखने के लिए भावनात्मक नज़दीकी के साथ-साथ शारीरिक नज़दीकी भी ज़रूरी है। दूरी केवल गलतफहमियों को जन्म…
हर नई सरकार अपने आप को ईमानदारी का प्रतीक और पुरानी को भ्रष्ट बताकर उसकी फाइलें खोलती है। सुनील जायसवाल…
यह कविता दर्शाती है कि किस प्रकार भाग्य और परिस्थिति मनुष्य के दिमाग पर ऐसा दबाव बनाते हैं कि वह…
हम बेधड़क सच बोलने का दावा करते हैं, पर उस बेधड़क सच में भी हम कई झूठ छिपा लेते हैं…
"कभी-कभी हमारी ही गलतियां दूसरों को हमसे दूर कर देती हैं।" – यह उद्धरण आत्मनिरीक्षण और सुधार की प्रेरणा देता…
रानी अहिल्याबाई होल्कर — एक ऐसी शासिका जिनकी न्यायप्रियता, धार्मिक समर्पण और महिला सशक्तिकरण में भूमिका आज भी प्रेरणास्रोत है।
🦋 आधार-कार्ड” के जनक एवं “परि-कल्पना कार” सुनील जायसवाल इंदौर | Sunil Jaiswal Father of...